शनि ग्रह को न्याय का देवता कहा जाता है, लेकिन जब यह अशुभ होता है तो जीवन में कठिनाइयाँ, रुकावटें, नौकरी में परेशानी और स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं। पर क्या आप जानते हैं कि भोजन के कुछ आसान उपायों से शनि के कुप्रभाव को शांत किया जा सकता है?
आइए जानें खाने से जुड़े कुछ प्रभावशाली शनि ग्रह के उपाय जो न सिर्फ ज्योतिषीय रूप से असरदार हैं बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में भी अपनाए जा सकते हैं।
1. काली चीज़ों का सेवन करें
क्यों:
शनि को काले रंग से विशेष लगाव होता है। इसलिए काली चीज़ों का सेवन करने से शनि प्रसन्न होता है।
क्या खाएं:
- काली उड़द की दाल: शनिवार को इसका सेवन करें या दान करें।
- काले तिल: चावल में मिलाकर खाएं या मीठे तिल के लड्डू बनाकर खाएं।
- काले अंगूर या जामुन: मौसम अनुसार सेवन करें।
2. सरसों का तेल खाने में इस्तेमाल करें
क्यों:
सरसों का तेल शनि ग्रह से संबंधित होता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक माना जाता है।
कैसे उपयोग करें:
- रोज खाना पकाने में सरसों के तेल का प्रयोग करें।
- शनिवार को सरसों के तेल में पकाया खाना गरीबों को खिलाएं।
3. सादा और सात्विक भोजन करें
क्यों:
शनि ग्रह साधु-संन्यासियों का प्रतीक है। अधिक मसालेदार, तला हुआ या मांसाहारी भोजन शनि को नाराज़ कर सकता है।
क्या न खाएं:
- तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली, शराब
- अधिक तीखा, खट्टा या बासी खाना
क्या खाएं:
- खिचड़ी, फल, दूध, दही जैसे सात्विक आहार
4. शनिवार को खास भोजन दान करें
क्या दान करें:
- काली उड़द की दाल
- खिचड़ी
- तिल के लड्डू
- सरसों का तेल मिला भोजन
किसे दान करें:
- गरीब, विकलांग, वृद्ध या शनि मंदिर के बाहर बैठे जरूरतमंदों को
5. जल में काले तिल मिलाकर स्नान के बाद भोजन करें
क्यों:
काले तिल और जल शुद्धिकरण का प्रतीक है। इससे शनि की शुद्ध ऊर्जा भोजन में आती है।
अन्य भोजन से जुड़ी छोटी मगर असरदार बातें
- शनिवार को एक समय का व्रत रखें और उस दिन नमक रहित भोजन करें।
- खाना खाने से पहले शनि मंत्र का उच्चारण करें:
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
निष्कर्ष
शनि का प्रभाव जीवन में गंभीर हो सकता है, लेकिन सही खानपान और भोजन से जुड़े उपाय करके आप शनि के अशुभ प्रभाव को कम कर सकते हैं। इन उपायों से न केवल आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि मानसिक शांति और आर्थिक स्थिरता भी प्राप्त होगी।